लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को मर्ज करने के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निर्देश पर कार्यकर्ता स्वास्थ्य भवन चौराहे पर एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन शुरू किया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार पर युवाओं के सरकारी नौकरियों को खत्म करने और गरीब बच्चों को शिक्षा से विहीन करने का आरोप लगाया है.
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती स्वास्थ्य भवन व उसके आस-पास कर दिया गया था. जैसे ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य भवन पहुंचना शुरू किया, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उनका रास्ता रोक लिया.
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया. पार्टी के कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष इरम रिजवी के नेतृत्व में प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बसों से इको गार्डन भेज दिया.
जिलाध्यक्ष इरम रिजवी ने आरोप लगाया कि योगी सरकार लगातार गरीब और पिछड़े समाज के बच्चों के भविष्य खिलवाड़ करने का काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गरीब बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा के लिए बनाए गए प्राथमिक विद्यालयों को बंदकर उन्हें शिक्षा से वंचित करने के साथ ही प्राइवेट स्कूलों के वर्चस्व को बढ़ाना चाहती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बेसिक स्कूलों में खाली पड़े पदों को न भरना पड़े, स्कूलों को मर्ज कर खाली पदों को ही समाप्त कर युवाओं को नौकरी न देना पड़े इसलिए यह काम कर रही है. आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया.
जिलाध्यक्ष इरम रिजवी ने बताया कि विरोध प्रदर्शन को लेकर लीगल सेल के प्रदेश अध्यक्ष प्रखर श्रीवास्तव को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी को भी पुलिस ने सुबह से ही हाउस अरेस्ट करने की कोशिश की थी.
जिलाध्यक्ष ने बताया कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 4 वर्षों में 42 लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा छोड़ी है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 1 साल में यूपी में 8 लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा छोड़ दी, अकेले अलीगढ़ में ही 58000 बच्चों ने सरकारी स्कूल की शिक्षा छोड़ दी.