अमेरिकी स्टील्थ फाइटर जेट F-22 और F-35 लंबे समय से अपनी रडार-एब्सॉर्ब्ड कोटिंग की कमजोरी से जूझ रहे हैं. ऊंचाई पर तेज रफ्तार उड़ान, रेगिस्तानी तूफानों और नमी के कारण इनकी स्टील्थ कोटिंग जल्दी खराब हो जाती है, जिससे इनकी रडार से बचने की क्षमता प्रभावित होती है. यह समस्या इतनी गंभीर है कि अमेरिका को हर तीन हफ्ते में लाखों डॉलर खर्च कर इन जेट्स की कोटिंग दोबारा करनी पड़ती है. लेकिन अब चीन ने इस तकनीकी कमजोरी का हल निकालकर अमेरिका के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है.
