एटा/उत्तर प्रदेश
एटा। सकीट ब्लॉक में ग्राम सभा की जमीनों पर अवैध कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बावजूद स्थानीय प्रशासन इस मामले में उदासीन बना हुआ है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम सभा की जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया है, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि ग्राम सभा की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, लेकिन सकीट में इसका पालन नहीं हो रहा।
सूत्रों के अनुसार, कई शिकायतें प्रशासन तक पहुँच चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल कागजी कार्यवाही की जा रही है। अगर जल्द ही इस पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो ग्रामीण बड़े आंदोलन का रुख अपना सकते हैं।
क्या बोले ग्रामीण?
गांव के एक बुजुर्ग किसान ने बताया, “हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए यह जमीन जरूरी है, लेकिन कुछ प्रभावशाली लोग इसे हड़प रहे हैं और प्रशासन चुप बैठा है। हम मुख्यमंत्री जी से अपील करते हैं कि इस मामले में सख्त कार्रवाई करें।”
क्या कहता है प्रशासन?
इस संबंध में जब स्थानीय अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों की मांग:
ग्राम सभा की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाए।
जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री के आदेशों को सख्ती से लागू किया जाए।
अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो ग्रामीण बड़े आंदोलन की तैयारी कर सकते हैं। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधे शिकायत करने की भी योजना बनाई जा रही है।